Monday, September 17, 2018

आप भगवान के भरोसे, भगवान आप के भरोसे

      भगवान के भरोसे मत बैठिए क्या पता भगवान हमारे भरोसे बैठा हो।आप ने मांझी का नाम तो सुना होगा आज मांझी का नाम हर कोई जानता है,the mountain man  के नाम से जाना जाता है। जिसने पहाड़ खोदकर सड़क बना दी। दोस्तों हममें से
ना जाने कितने भगवान भरोसे बैठे हैं, हममें से कितने
लोग इन्तजार कर रहे है।कि हमारा भी वक्त आयेगा कभी तो हमारा भी वक्त चमकेगा, कभी तो हमारा भी भाग्य चमकेगा कितने लोग सोचते है कि भगवान के घर देर है अन्धेर नही रूक जाओ कुछ दिन बाद अच्छा होगा लेकिन दोस्तो आप एसा कहते-2 कर्म करना तो नहीं छोड़ रहे कहीं ऐसा कहते-२ चुनौतीयो से भाग तो नहीं रहै। कहीं ये तो नहीं की आप के भीतर की हिम्मत टूट तो नहीं गयी कहीं आप इन कमजोर डॉयलाग का सहारा लेकर पलायन तो नहीं कर रहे जरा सोच कर देखिए।
भगवान हमारे को हजारों लाखों अवसर दे रहा है हमको हम उन अवसरों का सम्पूर्ण उपयोग नहीं कर रहे हैं,हम किसी आदर्श परिस्थिती का इन्तजार कर रहे हैं। जबकि आदर्श परिस्थिती जेसी कोई परिस्थिती होती ही नहीं, अगर आदर्श परिस्थिती आ भी गई तो आप को कैसे पता चलेगा कि ये हीं आदर्श परिस्थिती है। इसलिए दोस्तों ये सोचकर मत बैठो की एक दिन सब सही हो जाएगा कर्म करो फल की इच्छा मत करो जब तक हम कुछ नहीं करेंगे तब तक कुछ भी नहीं होने वाला बहाने बनना छोड़ दो हम ये सोचते रहते हैं कि परफेक्ट समय
आएगा तो दोस्तों जो समय अब चल रहा है, वो ही परफेक्ट समय‌ है जो करना है आज ओर अभी से करना है।

धन्यवाद।


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